Allah Shayari - अल्लाह शायरी हिन्दी में

Allah Shayari

कोई कितना भी गुनहगार क्यों न हो अल्लाह उसके लिए दुआ और रीजाक का रास्ता कभी बंद नहीं करता।।


तुझे क्या सुनाऊं मेरे अल्लाह तेरे सामने मेरा हाल है तेरी एक निगाह की बात है मेरी जिंदगी का सवाल है।।


अल्लाह करे कि तुम्हारे सबर का सिला तुम्हें यूं मिले कि जिंदगी में तुम्हें कभी कोई गम ना मिले।।


सिर्फ अल्लाह ही है जो एक सजदे से अपना बना लेता है।।


अल्लाह शायरी

या अल्लाह हम सबको कुरान पढ़ने का आदि बना दे– आमीन।।


कभी किसी को नीची नज़र से मत देखो क्यों की तुम्हारी जो हैसियत है ये तुम्हारी क़ाबिलियत नहीं बल्कि तुम पर अल्लाह का करम है।।


या अल्लाह हर एक इंसान की जिंदगी में उसे कोई ऐसा साथी देना जो उसको दीन के और भी करीब कर दे।।


दुनिया की मुहब्बत से अल्लाह नहीं मिलता लेकिन अल्लाह की मुहब्बत से दुनिया और जन्नत दोनों मिल जाती है।।


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