Chand Shayari Gulzar - चांद शायरी

हेलो दोस्तो आज की इस पोस्ट में आपको चांद शायरी देखने को मिलेगी ।

Chand Shayari Gulzar


न तारे न चाँद न उनका आसमां चाहिए, मुझको तो बस मेरी मोहब्बत की सलामती चाहिए।


इस रात की आदत भी कुछ मेरे मेहबूब जैसी है, सुबह होते ही ये अपने चाँद को भूल जाता है।


चाहते तो हम भी उसे एक ज़माने से थे, मगर चाँद कब इंसानों का हुआ है।


है ये कशिश कैसी, कैसे वो नूर साथ ले लूँ, एक रात के लिए चाँद, क्यूँ ना उधार ले लूँ।


ओढ़ ली है चाँद ने आज बादलो की चादर, किसी के दिए अश्क़ छुपाने थे शायद।


Chand Shayari In Hindi


ये शांति भरी रात का सन्नाटा, और इस चाँद की चांदनी , सुकून देती है इस दिल को।


ये चाँद रोज आता है, और मेरी यादो की जख्मो को खुरेदकर चला जाता है।


Chand Status in hindi


मत कर गुरूर तू ऐ चाँद अपनी इस खूबसूरती पर, देख,आज भी तू अकेला है इतनी ऊंचाईयो पर।


तुम भी बिलकुल उस चाँद की तरह हो, खूबसूरत भी हो और बहुत दूर भी हो।


बिखरे हुए लम्हें अब हम ना समेट पाएंगे, चाँद चला गया आसमां से, सितारें कब तक ठहर पाएंगे।


ऐ चाँद बड़े उदास लगते हो, कुछ खो गया है, या किसी का इंतजार कर रहे हो।


मैं बादल बन जाऊँ, तुम चाँद बन जाना, तुम्हारा नूर कोई चुरा ना ले, तुम मुझमें कहीं छुप जाना।


Shayari on Moon


वो चाँद तो हमेशा से खामोश रहा है , शोर तो सितारों ने टूटकर मचाया है।


चाँद से बाते करता है, अपने चाँद की बाते करता है,

ये पगला आशिक, रातभर चाँद पाने के तरीके सोचा करता है।


वो दिन के चन्द लम्हें तक तो ठीक से दे ना पाता है, और बातें चाँद तक साथ चलने की कहता जाता है।


इश्क़ रातो से था, और हम दिन के हो बैठे, थोड़ी सी धूप के लिए, हम चाँद को खो बैठे।



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